*पत्रकार ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप*
ब्यूरो रिपोर्ट फर्रुखाबाद
_फर्रुखावाद थाना कम्पिल_
पत्रकार अनिल कुमार मिश्रा द्वारा मिली जानकारी के अनुसार सिवारा पुलिस चौकी की एक नयी चाल शिकायत कर्ता को फंसाने की
शिकायतकर्ता अनिल कुमार मिश्रा ने जन चौपाल में हुए जानलेवा हमले की शिकायत पहले थानाध्यक्ष कम्पिल सेकी उसके बाद तहसील दिवस में जिलाधिकारी फर्रुखाबाद से की उसके बाद भी कोई कार्रवाई ना होने पर पुलिस अधीक्षक फर्रुखाबाद से शिकायत की गई पुलिस अधीक्षक के आदेश पर दोनों पार्टियों पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया जिसमें चौकी इंचार्ज सिवारा जांच में पहुंचे उन्होंने शिकायतकर्ता अनिल कुमार मिश्रा से पब्लिक के बीच में बयान लेने चाहे शिकायतकर्ता ने स्पष्ट शब्दों में कहीं दिया कि पब्लिक के बीच में आप बयान ले रहे हो अगर मेरी जान को कोई खतरा होता उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी जबकि शिकायतकर्ता की शिकायत पर जांच अधिकारी क्षेत्राधिकारी कायमगंज है उसके बाद भी चौकी इंचार्ज सिवारा एक अपनी नई चाल चल रहे हैं जिससे शिकायतकर्ता पब्लिक के बीच में उन लोगों के नाम को खोले जो लोग अनिल प्रताप सिंह पूर्व प्रधान पुत्र आंगनबाड़ी कार्यकत्री रजनी के समर्थन में खड़े हुए थे शिकायतकर्ता का कहना है कि अगर हम पब्लिक के बीच में नाम खोलते हैं तो मेरी जान के लिए खतरा और ज्यादा बढ़ जाएगा जबकि पुलिस एक अपनी नई चाल चल रही है शिकायतकर्ता के बयान न देने पर चौकी इंचार्ज को वापस लौटना पड़ा जब किस कार्यकर्ता अनिल मिश्रा को थाना कंपिल पुलिस पर कोई भी भरोसा नहीं है कि थाना कंपिल पुलिस अपनी क्या चल चल सकती है थाना कंपिल पुलिस के रवैए से पता लगता है कि यह लोग विरोधी पार्टी से सांठगांठ कर चुके हैं चौकी सिवारा पुलिस और थाना कंपिल पुलिस के द्वारा कोई भी निष्पक्ष जांच नहीं की जा रही है जब भी थाना कंपिल पुलिस द्वारा शिकायतकर्ता पर भी सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज हो चुका है जबकि आंगनबाड़ी कार्यकत्री जांच टीम द्वारा दोषी ठहरायी जा चुकी है उसके बाद भी पुलिस मुकदमा दर्ज कर रही है जिससे साफ शब्दों में जाहिर होता है कि पुलिस की सांठगांठ विरोधी पार्टी से हो चुकी है जबकि शिकायतकर्ता को और शिकायतकर्ता के परिवार को जान माल का खतरा भी हैं शिकायतकर्ता की जिंदगी खतरे में है वह भी पुलिस को नहीं दिखाई दे रहा अगर पीड़ित परिवार के साथ कोई भी घटना होती है तो कौन होगा जिम्मेदार