संरक्षक रामवीर राजपूत की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद साहिबगंज चौराहे पर हनुमान जी की मूर्ति बरसों पहले स्थापित की गई थी कुछ वक्त रोज पूजा पाठ किया करते थे अचानक हनुमान जी की मूर्ति कुछ भक्तों ने सुबह पूजा पाठ किया तब हनुमान जी की मूर्ति वैसे ही थी जैसे पहले थी जब कुछ भक्त दोपहर को आए तो देखा अचानक हनुमान जी की मूर्ति घुटनों के बल हो गई है वहां हजारों तादाद में भक्तों की भीड़ लग गई बालाजी के भक्तों द्वारा भक्तों ने बताया कि सदियों पहले बना मंदिर प्राचीन है साल में एक बार रामचरितमानस व भंडारा किया जाता है