*मांगे अगर नहीं हुई पूरी तो होगा महा आंदोलन*
अमृतपुर फर्रुखाबाद
किसान यूनियन भानू गुट ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उनकी 14 सूत्रीय मांगों को नहीं माना गया तो वह 26 फरवरी को किसान महा पंचायत का आयोजन करेंगे। इसके लिए प्रशासन पूरी तरह से जिम्मेदार होगा। यहां पंचायत जिला अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह सोमवंशी जिला सचिव मनोज सिंह राठौड़ के नेतृत्व में की जाएगी और इसका स्थान धर्मपुर कटरी फर्रुखाबाद बदायूं मार्ग पर होगा। इस पंचायत में अधिकारियों को मुख्यमंत्री को संबंधित ज्ञापन भी सौपा जाएगा। जिससे माननीय को अवगत कराया जा सके कि उत्तर प्रदेश में फर्रुखाबाद जिले के अंतर्गत किसानो को जिन समस्याओं से दो-चार होना पड रहा है उसका निस्तारण किया जा सके। गंगा के किनारे बांध बनाकर तलहटी में रहने वाले लोगों को बाढ़ की समस्याओं से बचाना। आलू आधारित क्षेत्र होने के कारण फर्रुखाबाद जिले में चिप्स की फैक्ट्री लगवाना। किसानों को आवारा पशुओं से निजात दिलाना। गंगा में खनन कराकर उसे गहरा करवाना। किसानो की राजस्व संबंधित समस्याओं का जल्द निस्तारण आदि समस्याओं को प्रशासन के सामने लाया जाएगा। प्रेस वार्ता के दौरान यूनियन के सचिव ने सीओ सिटी पर भड़कते हुए कहा कि वह किसानों से हमेशा नाराज रहते हैं
और हमेशा उनके विरुद्ध ही कदम उठाते हैं। इसलिए शासन से मांग करेंगे कि वह फर्रुखाबाद के सीओ सिटी को यहां से हटकर किसी अन्य जगहों पर भेज दे। अगर अधिकारियों द्वारा उनकी मांगों को नहीं मांगा गया तो महा पंचायत आंदोलन का रूप ले लेगी और फिर इसे विस्तृत होने में देर नहीं लगेगी। इसलिए उन्होंने जिले के अधिकारियों को संदेश देते हुए कहा कि वह किसान यूनियन के पदाधिकारीओ को आंदोलन करने के लिए मजबूर ना करें। समय रहते उनकी मांगों को मांग ले और जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का निस्तारण भी करें। अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर महापंचायत के दौरान जो भी होगा उसके लिए प्रशासन पूरी तरीके से जिम्मेदार माना जाएगा। उन्होंने आवाहन करते हुए कहा कि क्षेत्रीय किसान और आसपास जिले के किसान एवं जो गंगा राम गंगा की बाढ़ से परेशान होते हैं ऐसे गांव के किसान महापंचायत में शामिल हो और अपनी समस्याओं को पंचायत के सामने रखें जिससे ज्ञापन के माध्यम से किसानो की समस्याओं को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जा सके।