*दोनों ग्राम प्रधान एक दूसरे पर पल्ला झाड़ने आए नजर*
*गौ रक्षक दल टीम व डायल 112 कई घंटे तक जेसीबी आने का करते रहे इंतजार*
संवाददाता अमृतपुर
अमृतपुर फर्रुखाबाद। तहसील क्षेत्र के ग्राम में खुलेआम घूम रहे गौवंश ग्रामीण पर कर रहे जानलेवा हमला,ग्रामीणों की सूचना पर गौ रक्षक दल टीम के अंकित अवस्थी डायल 112 पुलिस लेकर मौके पर पहुंचे। तब उन्हें वहां पर कई गौवंश मृत मिले जिन्हें कुत्ते कौए चील नोच नोच कर खा रहे थे। उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधान व राजेपुर ब्लॉक के अधिकारियों की घोर लापरवाही है।जब ग्राम पंचायत में गोवंश है। तो उन्हें गौशाला क्यों नहीं भिजवाया गया। गौ रक्षक दल ने जिले के अधिकारियों को सूचना दी। लेकिन इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।गौवंश को कुत्ते कौवे नोच नोच कर खा रहे हैं। जिसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।मुख्यमंत्री के निर्देश के बावजूद भी अधिकारियों की कमियां साफ नजर आ रही। सैकड़ो की संख्या में गोवंश खुलेआम आज भी घूम रहे हैं।
अमृतपुर तहसील क्षेत्र का है वहीं आज भी छुट्टा जानवर खुले आम घूम रहे हैं। ग्रामीणों की फसल उजाड़ रहे हैं। ग्रामीणों की तैयार खड़ी मक्के मूंगफली की फसल जिसकी रखवाली करने के लिए जब किसान खेतों पर जाते हैं। खुले घूम रहे आवारा गोवंश किसानों पर हमला करते हैं। राजेपुर ब्लॉक स्तर पर बैठे खंड विकास अधिकारी के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही। ग्राम पंचायत भावन का माजरा भावन गुलरिया और गुडेरा के ग्रामीणों ने बताया है। कि हमारे यहां सैकड़ो की संख्या में गौवंश है। जिसके कारण किसानों को खेतों पर जाना मुमकिन ही नहीं नामुमकिन साबित हो रहा है। अगर कोई बच्चा या बुजुर्ग अकेला फंस जाए तो गौवंश हमला कर के मौत के घाट उतार दे। ग्राम पंचायत भावन के प्रधान अनिल कुशवाहा और ग्राम पंचायत गुडेरा के ग्राम प्रधान विकास यादव इस पर कोई ध्यान नहीं देते । दोनों प्रधान अपनी आबादी तक तय नहीं कर पा रहे हैं कि गोवंश किस जगह मृतक पड़े हुए हैं। एक दूसरे पर पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं।वहां जगह हमारी ग्राम पंचायत में नहीं आती है। गुडेरा ग्राम पंचायत में आती है। वही जब इस घटना की जानकारी गुडेरा प्रधान विकास यादव से ली गई तो उन्होंने कहा कि बोट ग्राम पंचायत भावन के हैं तो वहां हमारी ग्राम पंचायत की जगह कैसे हो गई। जब बात मृतक गौवंश को अंतिम संस्कार की आई।दोनों प्रधानों ने कहा कि हम सनातनी हिंदू हैं। हम गोवंश का अंतिम संस्कार करा देंगे। गौ रक्षक दल टीम व डायल 112 पुलिस को कई घंटे गौवंश का अंतिम संस्कार करने के लिए इंतजार करना पड़ा फिर भी नहीं हो सका अंतिम संस्कार। भावन ग्राम प्रधान अनिल कुशवाहा ने जेसीबी मंगवाने के लिए फोन किया किसी कारणवश जेसीबी न मिलने के कारण देरी होती रही। खबर लिखे जाने तक मृतक गोवंशों का अंतिम संस्कार नहीं हो सका।