अमृतपुर फर्रुखाबाद 11 जनवरी। लोकतंत्र की इमारत मजबूत चार पायदानों पर खड़ी होती है। जिसमें कार्यपालिका न्यायपालिका विधायिका और मीडिया शामिल रहती है। इन चार पायदानों पर खड़ी लोकतंत्र की इमारत बुलंदी को छुती हुई अपने कर्तव्यों का निर्वाहन करती है। अगर इसमें से कोई भी पायदान कमजोर हो जाए तो फिर लोकतंत्र को चलाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में मीडिया की भूमिका अधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है। परंतु जब मीडिया पर हमले होने लगे उसकी कलम को रोकने का प्रयास किया जाए और मीडिया कर्मियों के साथ मारपीट धमकी या उनकी हत्या कर दी जाए तो लोकतंत्र की खुलेआम हत्या के समान होगा। बीते दिवस 9 जनवरी 2025 को कस्बा राजेपुर राठौरी निवासी प्रतिष्ठित अखबार के पत्रकार सुरेंद्र पाल सिंह के घर शाम 7 बजे के बाद 9966 4623 32 फोन नंबर से उनके फोन नंबर 94 50031 852 पर फोन आता है
और फिर उन्हें व उनके बेटे आशीष को जान से मारने की धमकी दी जाती है। पत्रकार सेना से रिटायर कर्मी है और एक पेट्रोल पंप के मालिक भी हैं। जिससे साथ जाहिर होता है कि उन्हें क्षति पहुंचाने के लिए जिस व्यक्ति ने उन्हें धमकी दी है वह कोई शातिर अपराधी हो सकता है। इसके बाद पत्रकार ने राजेपुर थाना पुलिस को लिखित में तहरीर दी और अवगत कराया कि उन्हें अंदेशा है कि दीपावली की रात उनके घर में गौरव उर्फ अंकित पुत्र धीरेंद्र सिंह घुसा था। जिसे 112 नंबर पुलिस के माध्यम से गिरफ्तार करवाने का प्रयास किया गया था। परंतु वह मौके से भाग गया था। यह हरकत इस व्यक्ति की हो सकती है। धमकी के बाद पत्रकार एवं उसका परिवार सदमे में है। परंतु पुलिस की तरफ से अभी तक किसी प्रकार की कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। जब इस बाबत राजेपुर थाना अध्यक्ष योगेंद्र सिंह सोलंकी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि दिए गए फोन नंबर की जांच की जा रही है। आवाज का नमूना लिया जाएगा इसके उपरांत कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित पत्रकार का कहना है कि पुलिस का ढीला रवैया संदेह पैदा करता है। ऐसी स्थिति में अगर कोई अप्रिय घटना होती है तो इसके लिए थाना पुलिस पूर्ण रूप से जिम्मेदार मानी जाएगी।
बैकुंठ की आवाज Latest Online Breaking News

