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अमृतपुर फर्रुखाबाद 23 मार्च। निविया पंचायत घर मे शहीद दिवस के उपलक्ष मे नेहरू युवा केन्द्र के तत्वाधान से कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे ग्राम प्रधान नेमचंद्र की अध्यक्षता मे देश के तीन वीर सपूतो के सम्मान मे हर साल की भांति इस वर्ष भी स्वयं सेवक लक्ष्मी नारायण पाण्डेय द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन कराया गया| देश में 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है। भारत का स्वतंत्रता संग्राम केवल एक राजनीतिक संघर्ष नहीं था, बल्कि यह लाखों क्रांतिकारियों के बलिदान त्याग और साहस की अमर गाथा भी है। इन्हीं वीरों में से अमर शहीद थे भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु। इन तीनों ने देश की आजादी के लिये हंसते-हंसते अपने प्राण त्याग दिए थे। आजादी की लड़ाई में 23 मार्च 1931 को ब्रिटिश हुकूमत ने भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु को फांसी दे दी। लेकिन इनका बलिदान स्वतंत्रता आंदोलन को और भी तेज कर गया। देश के इन्ही तीन वीर सपूतों के सम्मान में हर साल 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है। 23 मार्च का दिन हमें याद दिलाता है कि आजादी कितने बलिदानों से मिली है। इस कार्यक्रम का आयोजन नेहरू युवा केंद्र फर्रुखाबाद द्वारा जिला युवा अधिकारी सोनिका चंद्रा द्वारा किया गया। उनके मार्गदर्शन में यह संदेश गांव गांव में युवाओं तक पहुंचना चाहिये। *आओ झुक कर सलाम करें उन शहीदों को जिनकी हिम्मत से वतन आबाद है वह मिट गए तो नाम रोशन हुआ उनके होने से ही यह देश आजाद है*
*जो शहीद हुए हैं उनका अरमान जिंदा है जब तक रहेगा भारत उनका नाम जिंदा है* वह फांसी पर चढ गए ताकि हम सर उठाकर जी सकें। उनका बलिदान व्यर्थ न जाने दें। ये मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुर्बानी।