संवाददाता अमृतपुर
अमृतपुर फर्रुखाबाद 10 जून। सर्दी गर्मी या बरसात हो किसी भी मौसम में कोई पानी के लिए ना तरसे इसके लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई गई। घर-घर स्वच्छ पानी योजना के अंतर्गत करोड़ों की लागत से पानी की टंकियां बनाई गई और इनकी सप्लाई के लिए गलियों को खोदकर पाइप डाले गए नल लगाए गए। जिससे लोगों को स्वच्छ और साफ प्रदूषण रहित जल प्राप्त हो सके। इसके अलावा उन स्थानों पर स्वच्छ पानी की व्यवस्था के लिए आरो लगाए गए जहां इनकी सख्त जरूरत थी। परंतु इनकी गुणवत्ता और इनके संचालन पर किसी प्रकार का कोई ध्यान नहीं दिया गया। अंततः जिस जनता की समस्या के निदान के लिए करोड़ों खर्च किए गए वह निदान कहीं से भी हल नहीं हो पाया और सरकारी योजनाओं को पलीता लगाते हुए उन ठेकेदारों ने लाखों कमाए जिनके हाथ में इस योजना की कमान थी। राजेपुर ब्लाक क्षेत्र के क्षेत्र पंचायत के माध्यम से स्वच्छ जल व्यवस्था को लेकर थाना अमृतपुर राजेपुर स्वास्थ्य केंद्र अमृतपुर राजेपुर एवं राजपुर बैंक आदि कई स्थानों पर आरो लगाए गए। जिससे लोगों को कीटाणु रहित स्वच्छ पानी उपलब्ध कराया जा सके। परंतु इनके रखरखाव इनकी सर्विस को लेकर किसी ने ध्यान नहीं दिया और अब यह लगाए गए आरो दीवाल के सहारे शोपीस बनकर लटकते हुए नजर आ रहे हैं। जब इससे पानी निकाला जाता है तो धीरे-धीरे एक एक दो दो बूंद टपकता है। ऐसी स्थिति में साफ जाहिर होता है कि लगाई गई पानी की ये मशीने या तो घटिया किस्म की थी या फिर इनका रखरखाव सही नहीं किया गया। इस तेज गर्मी में पीने के पानी के लिए लोग तरस रहे हैं और यह भ्रष्टाचार की कील में लटकते हुए आरो मुंह चिढ़ा रहे हैं। जो फरियादी तहसील या थानों में जाते हैं उन्हें स्वच्छ पानी नहीं मिल पाता। राम किशोर हरि ओम रमेश प्रदीप बाबूराम आदि लोगों ने बताया कि या तो इन मशीनों की सर्विस सही ढंग से कराई जाए अथवा इन्हें बदलकर उनके स्थान पर दूसरी लगाई जाए जिससे लोगों को साफ पानी मिल सके।