ब्यूरो चीफ फर्रूखाबाद
अधिवक्ताओं में आक्रोश मुकदमा वापस न होने पर होगा धरना प्रदर्शन
कचेहरी फतेहगढ़ व तहसील अमृतपुर में बैठ कर विधि व्यवसाय करते हैं मेरे पास ग्राम अमैयापुर पर० व तह० अमृतपुर जनपद फर्रुखाबाद की खसरा सं0 223 रकवा 0.1660 हे० खातेदार नरेन्द्र पाल सिंह पुत्र रामपाल सिंह निवासी ग्राम की मेडवंदी फाइल मुकदमा कास्तकार लेकर आया और मुझे अपना अधिवक्ता नियुक्त किया मैने मुवक्किल समझ कर खेत मेडवंदी में मैने अपने नाम का वकालत नामा लगाते हुये मेडवंदी का दायरा उपजिलाधिकारी अमृतपुर के न्यायलय में दाखिल कर दी जिसमें न्यायालय का आदेश होकर राजस्व लेखपाल कानूनगो द्वारा मौके पर जा कर खेत की पैमाईश की गई पैमाईश में मुकदमा धारक आवेदिका सुनीता पत्नी घनश्याम व धनीराम व घनश्याम पुत्रगण स्व० रामकिशुन व अर्जुन पुत्र घनश्याम व मंजीत उर्फ वटेश्वर पुत्र स्व० मन्तराम व सुखपाल, रतीपाल पुत्रगण स्व० जयराम व बालकराम पुत्र मलिखान व बृहमेश्वर पुत्र सियाराम आदि उसी जमीन पर अवैध रूप से अपना कब्जा लगभग 15 वर्षों से किये हुये हैं।
जब पडी मेडवंदी हुई खेत की नाप तव उपरोक्त सभी कब्जा धारी सामने आये जिनको एक सप्ताह का कब्जा व अति कमण हटाने के लिए लेखापाल, कानूनगो ने हिदायत देकर आदेशित किया कि उपरोक्त सभी लोग अपना-अपना अवैध कब्जा अति कमण हटा लें नहीं तो सभी के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जायेगी इस बात को लेकर उक्त सभी मुझ अधिवक्ता पर खिसिया गये व नाराज होकर मन गणन्त कहानी बनाते हुए दिनांक 17/07/2025 को मेरे खिलाफ थाने में उसी दिन प्रार्थना पत्र दिया उसी को लेकर अधिवक्ता धर्मेंद्र कुमार राजपूत ने भी प्रार्थना पत्र थाने में दिया था लेकिन नही सुनी गई और अमृतपुर में छेडछाड का झूठा प्रार्थना पत्र दे दिया गया इसी दिनांक को एक पक्षी मुकदमा खिलाफ दर्ज कर दिया योगी अधिवक्ता धर्मेंद्र कुमार राजपूत ने बताया गया जो कि गलत व असत्य निराधार है जबकि मैं शादी सुदा व्यक्ति हं मेरे तीन पुत्र व एक पुत्री ना०वा० है उपरोक्त सभी व मैं अधिवक्ता एक ही ग्राम व मोहल्ले के निवासी हैं। इस लिए उक्त सभी बौखलाते हुए मुझ पर यह झूठा आरोप लगाया है उक्त सभी का कहना व दवाव है कि मेडबंदी वापस लेलो व अपना वकालत नामा हटा लो व खेत मेडबंदी पर पैरवी न करो इसी बात को लेकर यह नाजायज षडयन्त्र बनाकर के थाने में मुकदमा लिखवाया गया है उक्त सभी का कहना कि मैं जमीन पर से कब्जा व अतिक्रमण नहीं हटायेगें जमींन कब्जा धारकों के यहां लाईसेंसी वन्दूकें हैं जिस कारण आये दिन रूआव व घमण्ड दिखा कर जान माल की धमकियां देते रहते हैं।
मंजीत उर्फ वटेश्वर पुत्र मन्तराम ऐसा ही झूठा आरोप पूर्व प्रधान के पुत्र पर अपनी पुत्री का लगा चुके हैं इन लोगो का इस बात का व्यपार व पेसा हो चुका है। विधि व्यवसाय दौरान घर से लेकर रास्ते तक जान माल का खतरा बना रहता है।
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