मुख्यमंत्री जी! शिकायतकर्ता को भ्रष्टाचार की पोल पत्रकारों को खोलनी पड़ रही भारी जिसमें अधिकारी नहीं कर रहे कोई कार्रवाई
सह संपादक रामवीर राजपूत की रिपोर्ट
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित की शिकायत पर जांच के लिए गठित हुई थी 3 सदस्य टीम जांच में प्रधान की पुत्रवधू आंगनबाड़ी कार्यकत्री और एक-एक नाम पर तीन-तीन जॉब कार्ड पाये गए थे जिसमें दबंग पूर्व प्रधान पुत्र द्वारा शिकायतकर्ता के परिवार को किया जा रहा प्रताड़ित
मुख्यमंत्री जी विकासखंड कायमगंज के गांव गुर्जर पुर में किए गए नरेगा घोटाले में अफसरान कार्रवाई करने से बच रहे हैं शिकायतकर्ता की शिकायत पर 3 सदस्य जांच टीम गठित की गई थी जाँच मे अपात्रों के मनरेगा जॉब कार्ड बने हुए पाये गए थे 2 साल से अभी तक दोषी पूर्व प्रधान पुत्र और नरेगा जॉब कार्ड का पैसा हजम करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है शिकायतकर्ता ने बताया कि मेरे परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है जिससे शिकायतकर्ता अपनी शिकायत को वापस ले ले इस तरह का थाना कंपिल पुलिस और कुछ ग्रामीणों द्वारा दबाव बनाया जा रहा है अगर शिकायतकर्ता का कहना है कि अगर कार्रवाई नहीं की गई तो हम मुख्यमंत्री से लखनऊ मिलकर और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाएंगे विकासखंड दानगंज के गांव गुर्जर पुर की पूर्व प्रधान सत्यवती राठौर ने अपने कार्यकाल में पुत्र पुत्रवधू समेत कमोबेश सभी के नरेगा के जॉब कार्ड बना दिए थे और अवैध ढंग से सरकारी धन का दुरुपयोग किया था इस बात की शिकायत गांव पर ही निवासी अनिल मिश्रा ने शासन और प्रशासन के आला अफसरों से की थी शिकायत के आधार पर जांच के लिए 3 सदस्य टीम गठित की गई इस जांच टीम में परियोजना निदेशक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण अपर सांख्यिकी अधिकारी विक्रांत तिवारी एवं सहायक अभियंता जिला ग्राम विकास अभिकरण को नियुक्त किया गया था प्रधान के सगे नाती विनायक पुत्र रामपाल के पास नरेगा जॉब कार्ड तीन पाए गए थे इसके अलावा जांच टीम को पूर्व प्रधान की पुत्रवधू रजनी राठोर पत्नी अनिल प्रताप सिंह जो आंगनबाड़ी कार्यकत्री थी और इनका भी अविधिक रूप से पूर्व प्रधान ने नरेगा का जॉब कार्ड बनाया था और प्रधान का घोटाला यहीं तक सीमित नहीं रहा पूर्व प्रधान की पुत्रवधू संगीता पत्नी विजय प्रताप सिंह कोटेदार थी इस पुत्रवधू कादीपुर प्रधान ने नरेगा जॉब कार्ड बना दिया पूर्व प्रधान ने पुत्र अनिल प्रताप सिंह पुत्री सरला देवी का भी नरेगा जॉब कार्ड बनाकर पूरे घर में अपात्र होते हुए सरकारी धन का घोटाला किया था जांच में पीड़ित की शत-प्रतिशत शिकायत सही पाई गई थी जांच टीम को आवाज स्थानीय और शौचालय में भी भारी खामियां मिली थी बकौल शौचालय की दीवारें तीसरे दिन ही भरभरा कर गिर गई थी 3 सदस्य टीम ने विस्तृत जांच आख्या तत्कालीन जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह को सौंप दी थी जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने दोषियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था लेकिन इसी बीच पूर्व प्रधान एवं उनके पति ने भाजपा नेताओं की जड़ प्राप्त कर ली इसीलिए मामला टल गया तेजतर्रार तत्कालीन जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह का तबादला हो गया और कार्रवाई ठंडे बस्ते में पहुंच गई पीड़ित अनिल मिश्रा ने बताया गया जिलाधिकारी कार्रवाई नहीं करते हैं तो आए लखनऊ पहुंचकर मुख्यमंत्री से मिलकर कार्रवाई की गुहार करेंगे जिसमें शिकायतकर्ता अनिल मिश्रा के परिवार को भी प्रताड़ित किया जा रहा है शिकायतकर्ता के परिवार और शिकायतकर्ता को जान से मारने की धमकियां मिल रही है उसके बाद भी पुलिस प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा अगर शिकायतकर्ता के परिवार या शिकायतकर्ता के साथ कोई वारदात होती है तो उसकी जिम्मेदार थाना कंपिल पुलिस होगी