हिंदू धर्म में भाई दूज का विशेष महत्व होता है. पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि की शुरुआत 02 नवंबर, 2024 को रात 08 बजकर 21 मिनट पर होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 03 नवंबर, 2024 को होगा।
रक्षाबंधन की तरह ही भाई दूज का त्योहार भी भाई बहनों को समर्पित होता है. इस दिन बहनें अपने भाई को तिलक करके उन्हें मिठाई खिलाती हैं. हालांकि, इस दौरान बहनें भाई की कलाई पर राखी नहीं बांधतीं लेकिन उनकी लंबी उम्र की और सुख-समृद्धि की कामना जरूर करती हैं. इस बार भाई दूज की तिथि (Bhai Dooj Date) को लेकर उलझन की स्थिति बन रही है क्योंकि दिवाली 31 अक्टूबर और 1 नवंबर दोनों दिन मनाई जा रही है. ऐसे में भाई दूज कब है और तिलक करने का शुभ मुहूर्त क्या है जानें यहां. 
वैदिक पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है, जो इस साल 3 नवंबर, रविवार को पड़ रही है. हालांकि, भाई दूज की तिथि 2 नवंबर को रात 8:21 पर शुरू हो जाएगी और इसका समापन 3 नवंबर को 10:05 पर होगा. ऐसे में उदिया तिथि के अनुसार भाई दूज का त्योहार 3 नवंबर को ही मनाया जाएगा. 3 नवंबर को भाइयों को तिलक करने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 10 मिनट से लेकर 3 बजकर 22 मिनट तक है. इस दौरान बहनें अपने भाई को तिलक लगा सकती हैं.

किस तरह भाई दूज पर करें तिलक
अगर भाई दूज पर आप अपने भाई को तिलक करना चाहती हैं तो इसके लिए आपको सही नियम और विधि पता होनी चाहिए. सबसे पहले बहनें भाई दूज के दिन सुबह ही तिलक की थाली तैयार कर लें. थाली में फल, फूल, कुमकुम, मिठाई, चावल और चंदन जरूर रखें. इसके बाद शुभ मुहूर्त में बहनें अपने भाई को तिलक कर सकती हैं. इसके लिए भाई को एक चौकी या पटा पर बिठाएं. उसके सिर पर लाल रंग का रुमाल रखें. इसके बाद अपनी अनामिका उंगली से भाई के माथे पर कुमकुम या चंदन से तिलक करें. फिर तिलक (Tilak) के ऊपर चावल छिड़कें. इसके बाद अपने हाथों से अपने भाई को मिठाई खिलाएं. भाई को इस दिन सूखा नारियल भी दिया जाता है. अब भाई की आरती उतारें और उसकी सफलता और लंबी उम्र की कामना करें. इसके साथ ही भाई अपनी बहनों को उपहार देकर भाई दूज की विधि पूरी करते हैं.

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