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लखनऊ
उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचक के साथ बदसलूकी के मामले में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है।बड़े आंदोलन की चेतावनी के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मंगलवार को लखनऊ में प्रेस वार्ता कर सरकार पर हमला बोला है।अखिलेश ने कहा कि समाज में इटावा जैसी घटनाएं हो रही है,भाजपा ऐसी घटनाएं होने देना चाहती है,यह सरकार हार्टलेस है,इस सरकार में बैठे लोग पीडीए को सहन नहीं कर पा रहे है।भगवत कथा सबके लिए है,सब सुन सकते हैं तो बोल क्यों नहीं सकते है।भागवत कथा कौन कह सकता है, इस पर भी सरकार कानून बना ले।भागवत कथा तो श्री कृष्ण से जुड़ी है,यह वर्चस्ववादी लोग अपना एकाधिकार समझते है,यह लोग तय कर लेते कि पीडीए समाज से दान,चंदा कभी स्वीकार नहीं करेंगे,इन लोगों पर भाजपा सरकार का साथ मिला हुआ है। देश की राष्ट्रपति भी हेय दृष्टि का सामना कर चेक हैं। इस सरकार में बैठे लोग अन्याय करवा रहे हैं,भगवत कथा सबके लिए है,जब सब सुन सकते हैं तो सब बोल क्यों नहीं सकते हैं,जब कृष्ण भक्तों को कथा करने से रोका जाएगा तो ये कैसे बर्दाश्त होगा। अखिलेश ने कहा कि प्रभुत्व वादी और वर्चस्ववादी लोगों को फिर पीडीए से चढ़ावा और चंदा नहीं लेना चाहिए।भाजपा जाए,हम सबको चैन आए। कथा वाचन को कुछ लोगों ने व्यापार बना लिया है,ये लोग ये ऐलान कर दें कि पीडीए परिवार का चंदा नही लेंगे,क्या सरकार कानून लेकर आएगी कि पीडीए परिवार कथा नहीं कर सकेगा।अभी तक तो ये पीडीए परिवार के घर को गंगा जल से धुलवा रहे थे,पीडीए के मन्दिर जाने पर शुद्धिकरण करा रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि जिस दिन पीडीए परिवार ने अपनी कथा अलग से शुरु कर दी,उसी दिन इन वर्चस्व वालों का साम्रज्य ढह जाएगा। अखिलेश ने आरोप लगाया कि इस सरकार में बैठे लोग लगातार पीडीए परिवार को डरा धमका रहे हैं। अखिलेश यादव ने मंगलवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी ऑफिस में कथा सुनी।कथा सुनाने भागवताचार्य व्यास मुकुट मणि और उनके सहायक संत कुमार यादव और श्याम जी कठेरिया आये। इन्ही के साथ इटावा जिले के बकेवर थाना क्षेत्र के दांदरपुर गांव में मारपीट, चोटी काटने और अपमान करने का आरोप है।अखिलेश ने आज इन्हें पार्टी ऑफिस में सम्मानित भी किया और तीनों को 51-51 हज़ार रुपये दिए।सपा कार्यकर्ताओं ने भी कथावाचक मंडली को हज़ारों रुपये दिए। इटावा जिले के दांदरपुर गांव में कथित तौर पर ऊंची जाति के लोगों के एक समूह ने एक धार्मिक उपदेशक और उसके सहयोगी का सिर मुड़वा दिया,क्योंकि उन्हें पता चला कि वे यादव हैं।सिर मुड़वाने की घटना रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात को हुई और आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया।सिर मुड़वाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और मुख्य आरोपी समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। चारों आरोपियों की पहचान आशीष तिवारी, उत्तम कुमार अवस्थी, निक्की अवस्थी, मनु दुबे के रूप में हुई है। इससे पहले इटावा में कथावाचक की जाति पूछने और बाल कटवाने के मुद्दे पर सपा मुखिया अखिलेश ने सोमवार रात को तीखे तेवर अपनाते हुए बड़े आंदोलन की चेतावनी दी। अखिलेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि इटावा के बकेवर इलाके के दान्दरपुर गांव में भागवत कथा के दौरान कथावाचक और उनके सहायकों की जाति पूछने पर पीडीए की एक जाति बताने पर कुछ वर्चस्ववादी और प्रभुत्ववादी लोगों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए उनके बाल कटवाए,नाक रगड़वाई और इलाके की शुद्धि कराई,हमारा संविधान जातिगत भेदभाव की अनुमति नहीं देता है,ये व्यक्ति की गरिमा और प्रतिष्ठा से जीवन जीने के मौलिक अधिकार के विरुद्ध किया गया अपराध है। सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ़्तारी हो और यथोचित धाराओं में मुक़दमा दर्ज़ किया जाए। अगर आगामी 3 दिनों में कड़ी कार्रवाई नही हुई तो हम पीडीए के मान-सम्मान की रक्षा के एक बड़े आंदोलन का आह्वान कर देंगे।पीडीए के मान से बढ़कर कुछ नहीं। अखिलेश ने इससे संबंधित एक वीडियो भी शेयर किया है।